Skip to main content

Declaration (स्पष्टीकरण)

स्पष्टीकरण:- यह महेश्वर की अधिकृत या प्रशासनिक ब्लॉग/वेबसाइट नहीं है, इसे यहाँ आने पर्यटकों की सुविधा एवं महेश्वर के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने के उद्येश्य से वर्ष 2012  में  बनाया एवं निरंतर संचालित किया जा रहा है, इस ब्लॉग/वेबसाइट पर प्रकाशित लेख ब्लॉगर के निजी एवं मौलिक विचार है.
.
Declaration:- This is not the official or administrative blog/website of Maheshwar, it is being created and operated continuously in the year 2012 for the convenience of tourists coming here and providing information about Maheshwar, the articles published on this blog/website are of the blogger. Personal and original idea.
 

Comments

Popular posts from this blog

भगवान शिव का शहर महेश्वर...

इंदौर से  90  की.मी. की दुरी पर   " नर्मदा   नदी"   के किनारे बसा यह खुबशुरत पर्यटन स्थल   म.प्र. शासन द्वारा   " पवित्र नगरी"   का दर्जा प्राप्त है ,  अपने आप में कला ,  धार्मिक ,  संस्कृतिक ,  व एतिहासिक महत्व को   समेटे यह   शहर लगभग  2500  वर्ष पुराना हैं  |  मूलतः यह  " देवी अहिल्या"   के कुशल शासनकाल और उन्ही के कार्यकाल ( 1764-1795)  में हैदराबादी बुनकरों द्वारा बनाना शुरू की गयी   " महेश्वरी साड़ी"   के लिए आज देश-विदेश में जाना जा रहा हैं  |  अपने   धार्मिक महत्त्व में यह शहर काशी के समान भगवान शिव की नगरी है ,  मंदिरों और शिवालयो की निर्माण श्रंखला के लिए   इसे  " गुप्त काशी"   कहा गया है  |  अपने पोराणिक महत्व में स्कंध पुराण ,  रेवा खंड ,  तथा वायु   पुराण आदि   के नर्मदा रहस्य में इसका   " महिष्मति"   नाम से विशेष   उल्लेख है  |  ऐतिहासिक महत्त्व में यह शहर   भारतीय संस्कृति में स्थान रखने वाले राजा   महिष्मान ,  राजा   सहस्त्रबाहू (जिन्होंने रावण को बंदी बनाया था) जैसे राजाओ और वीर पुरुषो की राजधानी रहा है ,  बाद